झारखण्ड के कोडरमा जिले में बांझेडीह पावर प्लांट से निकल रही राख के लिए एशपॉन्ड निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण प्रस्तावित है, स्थानीय आदिवासी शुरू से ही भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहर थे. जबरन सीमांकन स्थल को चिहि्नत करने पहुंचे डीवीसी और जिला प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों के विरोध को बंदूक की नोक पर दबाते हर उनकी जमीन पर जबरन कब्ज़ा कर लिया है. 31 मई को दिन के 11 बजे डीडीसी आदित्य कुमार आनंद, एसडीओ प्रभात कुमार बरदियार के नेतृत्व में कई अधिकारी पुलिस बल के साथ बांझेडीह पहुंचे थे। इस दौरान एशपॉन्ड निर्माण के लिए सीमांकन रेखा चिन्ह्ति किया जाना था। प्रशासन की ओर से जैसे ही काम शुरू कराया गया करियावां के लोग वहां आए और विरोध करने लगे।
विस्थापितों ने कहा कि चाहे उनकी जान चली जाए, लेकिन वे डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि वे अपनी जमीन ऐशपौंड के लिए नहीं देंगे. वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन ऐशपौंड के निर्माण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.
घटना के दौरान मौजूद रहे कोडरमा के डीडीसी आदित्य आनंद ने बताया कि ऐशपोंड के निर्माण को लेकर सरकार के स्तर से आदेश दिए गए हैं. ऐशपोंड का निर्माण नहीं होने से बिजली संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. उन्होंने कहा कि ऐसे में ही ऐशपौंड का निर्माण कराया जा रहा है.
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