यह विडियो सामाजिक कार्यकर्ता दयामनी बारला के भाषण का है जो (गुज़री 16 अक्टूबर से न्यायिक हिरासत में रांची जेल में बंद हैं।) उन्होंने 3 अगस्त 2011 को भूमि अधिग्रहण के विरोध में जंतर मंतर, नई दिल्ली में आयोजित धरने में दिया था। इस भाषण में उन्होंने कोर्पोरेट्स की लूट की तीखी आलोचना करते हुए, सरकारों की कंपनीपरस्ती को कटघरे में खड़ा किया और साझा संघर्षों की ज़रूरत को सामने रखा।
एक दूसरे के संघर्षों से सीखना और संवाद कायम करना आज के दौर में जनांदोलनों को एक सफल मुकाम तक पहुंचाने के लिए जरूरी है। आप अपने या अपने इलाके में चल रहे जनसंघर्षों की रिपोर्ट संघर्ष संवाद से sangharshsamvad@gmail.com पर साझा करें। के आंदोलन के बारे में जानकारियाँ मिलती रहें।
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