किसान संघर्ष समिति: एक परिचय



किसान संघर्ष समिति की स्थापना 25 दिसंबर 1997 को मुलतई तहसील में किसानों द्वारा की गयी। फसलें नष्ट  होने के कारण मुआवजे, फसल बीमा, तहसील के स्थान पर गांव को इकाई माने जाने के मुद्दे पर शुरू हुए आंदोलन पर मध्य प्रदेश के तत्कालीन कांग्रेस सरकार द्वारा शड्यंत्र पूर्ण 12 जनवरी 1998को पुलिस गोली चालन करवारा जिसमें 24 किसान षहीद हुए तथा 150 किसानों को पुलिस की गोली लगी। सरकार ने नरसंहार करने वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करने के बजाय डॉ सुनीलम तथा 250 किसानों पर 67 मुकदमें दर्ज किये जो आज भी मुलतई न्यायालय में चल रहे हैं। 

किसान संघर्ष समिति द्वारा हर माह की 12 तारीख को किसान महापंचायत आयोजित की जाती है। अब तक 185 किसान महापंचायत आयोजित की जा चुकी हैं। किसान संघर्ष समिति हर वर्श शहीदों की स्मृति में शहीद किसान स्मृति सम्मेलन आयोजित करता है, जिसमें देश के कई पूर्व प्रधानमंत्री, सांसद, किसान नेता एवं जनसंगठनों के नेता षिरकत कर चुके हैं। हर वर्श किसान संघर्श समिति 12 जनवरी को मुलतई घोशणापत्र सम्मेलन द्वारा पारित प्रस्ताव के तौर पर जारी करती है जिस पर अगले एक वर्श किसान संगठन कार्य करता है।

किसान संघर्ष समिति मध्य प्रदेश के सभी जिलों में सक्रिय है तथा अब तक प्रदेश के सभी 25जिलों में 15000 किलोमीटर की तीन बार पदयात्रा तथा देष के 28 राज्यों में एक बार पदयात्रा कर चुकी है। पदयात्रा के मुद्दे थे-

  1. जनआंदोलनों पर पुलिस गोली चालन पर कानूनी प्रतिबंध लगे।
  2. किसान परिवार की आय केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम दस हजार रुपये हो।

किसान संघर्ष समिति राष्ट्र स्तर पर किसान संगठनों के राश्ट्रीय समन्वय, जनआंदोलनों के राश्ट्रीय समन्वय (एनएपीएम), इंसाफ जैसे संगठनों के कार्य करता है। इस समय किसान संघर्ष समिति मध्य प्रदेष की भाजपा सरकार द्वारा किसानों से दस हजार हेक्टेअर भूमि लेकर कंपनियों को आबंटित किये जाने के खिलाफ प्रदेश स्तर पर संघर्षरत है।

किसान संघर्ष समिति बिजली बिल माफी, कर्ज माफी, इली प्रकोप तथा गेरुआ रोग को प्राकृतिक आपदा में षामिल कराने, मुआवजा तय करने के लिए तहसील की जगह पटवारी हलका इकाई बनवाने, किसानों को चक्रवृद्धि ब्याज की जगह 4 प्रतिषत पर कर्जा दिलाने के लिए सषक्त आंदोलन चलाकर सरकार से मांगें मंगवाने में सफलता हासिल की है। किसान महापंचायत के प्र्रस्ताव पर संस्थापक अध्यक्ष डॉ सुनीलम दो बार विधानसभा का चुनाव मुलतई विधानसभा क्षेत्र से जीत चुके हैं।


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