बांसवाड़ा जिले के केलीयापाड़ा गांव में प्रस्तावित ताप बिजली घर के निर्माण के विरोध में किसान बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किसान बचाओ सत्याग्रह आन्दोलन का आगाज 10 मई 2012 को रैली के रूप में हुआ। प्रस्तावित सुपर क्रिस्टील पॉवर प्लान्ट के लिए सरकार द्वारा की जा रही भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही को लेकर किसानों ने यह आन्दोलन शुरू किया है। सत्याग्रह आन्दोलन के तहत केलीयापाड़ा फेफर से शुरू हुई पदयात्रा 65 किमी का सफर तीन दिन में तय करते हुए छोटी सरवन, कटुम्बी, डेरी, नापला, कानजी की दुकान चौराहा, पाड़ला चौराहा होती हुई बोरतलाब पहुंची। पदयात्रा के दौरान क्षेत्र के लोगों को पॉवर प्लान्ट से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत कराया गया। साथ ही अब तक जिले में हुए विस्थापित लोगों की समस्याओं से भी अवगत कराते हुए उन्हें जाग्रत किया गया। इस यात्रा में बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सम्मिलित थे। संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश्वर चरपोटा कहते हैं कि पदयात्रा के दौरान सभी ग्रामीणों को प्रस्तावित ताप बिजली घर से होने वाली समस्याओं से अवगत कराते हुए उन्हें संघर्ष के लिए जाग्रत किया गया है।
संघर्ष संवाद / बांसवाड़ा परमाणु प्लांट विरोधी आंदोलन /
राजस्थान
/ किसान बचाओ सत्याग्रह आन्दोलन का आगाज
- Blogger Comment
- Facebook Comment
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें
(
Atom
)
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें