10 दिसंबर: महिलाओं पर हिंसा के खिलाफ राजस्थान से शुरू होगी मुहिम

उमड़ते सौ करोड़ अभियान राजस्थान
   (दुनिया से महिलाओं के खिलाफ हिंसा को जड़ से मिटाने की मुहीम)
मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं, महिला संगठनों और विभिन्न जनसमुहों ने महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को जड़ से मिटाने के लिए 10 दिसम्बर, 2012 को राजस्थान प्रदेश के "उमडते 100 करोड़ अभियान" की घोषणा की है. पेश है उनकी साझा प्रेस विज्ञप्ति;


प्रिय साथी/साथियों,

महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को जड़ से मिटाने के लिए 10 दिसम्बर, 2012 को राजस्थान प्रदेश के उमडते  100 करोड़ अभियान की शुरूआत होगी।

जैसा कि आप जानते हैं कि दुनियाभर के हजारों कार्यकर्ताओ, महिला अधिकार संगठनों ने महिलाओं, बच्चियों के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को मिटाने के लिए खूब संघर्ष किया है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा ज़ारी किये गये आंकडे इंसानियत को झकझोरते हुए हमे बताते है कि दुनिया की हर 3 मे से 1 महिला को पीटा अथवा बलात्कार अथवा दोनों किया जाता है जो कि संख्यामत रूप से पृथ्वी पर एक अरब से ज्यादा महिला हैं।

राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरों (एन.सी.आर.बी.) के आंकडे बताते है कि:

  • हर 3 मिनट में 1 महिला के खिलाफ अपराध होता है जो कि हर दिन कुल 480 ऐसे मामले हैं। 
  • हर 15 मिनट में एक महिला के खिलाफ शारिरीक प्रताड़ना होती है, जो कि हर दिन कुल 96 ऐसे मामले हैं।
  • हर 53 मिनट में एक महिला के साथ लैंगिक प्रताड़ना होती है जो कि हर दिन कुल 24 ऐसे मामले हैं। 
  • हर 23 मिनट में एक महिला का अपहरण होता है जो कि कुल 27 मामले होते हैं। 
  • हर 29 मिनट में एक महिला के साथ बलात्कार होता है, जो कि प्रतिदिन कुल 49 मामले होते हैं। 
  • केवल दहेज को लेकर एक दिन में 17 महिलाओं की हत्या होती है। 
आइये!

हम सब 10 दिसम्बर, 2012 को महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार की हिंसा को खत्म करने का जोरदार आहवान करे।
समय: प्रातः 10.30 बजे से दोपहर 2 बजे तक
स्थान: शहीद स्मारक, जयपुर पुलिस कमिश्नर कार्यालय के सामने, एम.आई. रोड़, जयपुर

हजारों की संख्या में जुडे!
राजस्थान प्रदेश के उमड़ते 100 करोड़ अभियान के आगाज में ।   

हम है:-
डॉ. पवन सुराणा (पूर्व अध्यक्षा राजस्थान राज्य महिला अयोग), कविता श्रीवास्तव, (पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज), कंचन माथुर (आई.डी.एस.), शबनम अजीज (एक्शनएड), चन्द्रकला (एकल नारी संगठन), उषा (विकल्प संस्थान), रेणुका पामेचा, (महिला पुर्नवास समूह), ममता जैटली, (विविधा महिला आलेखन एवं सन्दर्भ केन्द्र), निषा सिद्धु, (एन.एफ.आई.डब्ल्यू.), कुसुम साईवाल, (अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति), राखी (सेन्टर फॉर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च), नीसार (बार्क), मेवा भारती, (घरेलू महिला कामगार यूनियन), डॉ. मालती गुप्ता एवं जीन्नी श्रीवास्तव (आस्था संस्थान)।

सम्पर्क करें: शबनम अजीज-9414016065, कंचन माथुर -9414072405, रेणुका पामेचा-9341503785,
ममता जैटली-9829068744 एवं कविता श्रीवास्तवा-9351562965
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