खेत में काम कर रहे आंदोलनकारी किसान को पुलिस ने गोली मारी


ओडिसा के जगतसिंहपुर जिले के धिंकिया गांव में 2 मार्च को ओडिसा पुलिस खेत में काम कर रहे एक किसान के पैर में गोली मारकर गिरफ्तार कर ले गयी। उमाकांत बिस्वाल नाम का यह किसान पोस्को विरोधी आन्दोलन से सक्रिय तौर पर जुड़ा हुआ था। 


सीपीएचआरडी की ओर से महताब आलम, मनीषा सेठी, हर्ष डोभाल और कविता श्रीवास्तव की संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि उमाकांत बिस्वाल को 2 मार्च को उस समय गोली मारी गयी जब वह अपने गांव के नजदीक के खेत में काम कर रहा था और पुलिस उसे सादी वर्दी में गिरफ्तार करने के मकसद से आयी थी। जब वह भांप गया कि यह पुलिस के लोग हैं तब वह भागने लगा। उसे भागना देख पुलिस वालों ने उसके पैर में गोली मार दी और गिरफ्तार कर ले गयी।

विज्ञप्ति के मुताबिक उमाकांत बिस्वाल को पुलिस ने हिरासत में लेने के बाद उसका उत्पीड़न भी किया है, जो कि सर्वोच्च न्यायालय के प्रावधानों के खिलाफ है। सीपीएचआरडी ने मांग की है कि तत्काल दोषी पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जाये और उमाकांत को रिहा किया जाये।

इसे सरकार एवं पोस्को कम्पनी की मिली-जुली साजिश बताते हुए लोगों के मानवाधिकार एवं लोकतांत्रिक अधिकारों पर हमला करार देते हुए पोस्को प्रतिरोध सालिडेरिटी कमेटी, लोक शक्ति अभियान, एन.ए.पी.एम., समाजवादी जन परिषद, मीडिया एक्शन ग्रुप, पी.यू.सी.एल., जन संघर्ष समन्वय समिति, नियामगिरि सुरक्षा समिति ने इस घटना की घनघोर निंदा की है। - कल्याण आनंद
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