-डॉ. सुनीलम
है न कमाल, 67 मुकदमे दर्ज हुए , 24 किसानों के नरसंहार करने वालों पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ, 250 किसानों पर हत्या,हत्या के प्रयास, लूट, आगजनी ,सरकारी काम में बाधा के 67 मुकदमे दर्ज किए गए। 3 मुकदमों में मुझे और 3 अन्य को षड़यंत्र पूर्वक आजीवन कारावास की सजा कराई गई । 64 मुकदमें 20 वर्ष खत्म हो चुके है ।लेकिन किसान विरोधी सरकारें अभी भी किसानों को फंसाने के लिए जांच करना चाहती है। उल्लेखनीय है कि न्यायिक जांच भी पूरी हो चुकी ,सरकार को सौप भी दी गई। मेजेस्ट्रीयल जांच की हमे कोई जानकारी नहीं दी गई है ।इंतज़ार कीजिये सरकार का सडयंत्र सामने आएगा। किसान संघर्ष समिति का किसानों को न्याय दिलाने के लिए संघर्ष जारी है। लड़ेंगे ,जीतेंगे।
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