मध्य प्रदेश : बेगमगंज को हरसूद बनाने की तैयारी, डूबेंगी 69 गांव की जमीन

केंद्र सरकर की नदी जोड़ो कार्यक्रम के अंतर्गत केन- बेतवा लिंक परियोजन में बीना बहुउद्देशीय बांध परियोजना को भी मध्यप्रदेश सरकार और केंद्र सरकार के समझौते के तहत शामिल कर लिया गया है। केन बेतवा लिंक परियोजना की लागत 26 हजार करोड़ रूपये बताई गई है।
जिसमें राज्य और केंद्र सरकार का वित्त पोषण का अनुपात 90: 10 का तय किया गया है। इस परियोजना में केन के पानी को वेतवा में लाया जावेगा बीना परियोजना भी इसी प्रोजेक्ट का हिस्सा होगी पूर्व में बेगमगंज तहसील के २४  गाँव की जमींन प्रभावित बताई गई थी, लेकिन परियोजना में बदलाव के बाद अब बेगमगंज के 38 तथा गैरतगंज के 3 गाँव प्रभावित होंगे बेगमगंज का भविष्य भी हरसूद की तरह होना संभावित है ?
बीना संयुक्त सिंचाई एवं बहुउद्देशीय परियोजना से डूब में प्रभावित होने वाले रायसेन जिले की बेगमगंज तहसील एवं सागर जिले की राहतगढ़ तहसील के लगभग 69 गाँव के किसानों की जमीन की भूअर्जन की कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेताओं श्री वी. एम. सिंह, संयोजक, (अध्यक्ष राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन), सुश्री मेधा पाटकर (नर्मदा बचाओ आंदोलन-जनआंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय), श्री राजू शेट्टी सांसद( अध्यक्ष स्वाभिमानी शेतकारी संगठन), श्री योगेन्द्र यादव(अध्यक्ष, स्वराज इंडिया), डा सुनीलम, (कार्यकारी अध्यक्ष, किसान संघर्ष समिति-जनआंदोलनों का राष्ट्रीय समन्वय), श्री जसविंदर सिंह (अखिल भारतीय किसान सभा),श्री सत्यवान (अध्यक्ष आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन) संयुक्त रूप से पत्र लिख चुके हैं .
किसान संघर्ष समिति के कार्यकारी अध्यक्ष, जनांदोलनों के राष्ट्रीय समन्वय के राष्ट्रीय संयोजक एवं पूर्व विधायक डॉ. सुनीलम ने वहुउद्देशीय बीना बांध सिंचाई परियोजना के वारे में सभी तथ्य उजागर करने की मांग करते हुए कहा है की बेगमगंज मेरी मातृभूमि तथा सागर मेरा ननिहाल है इस क्षेत्र के गाँव को इस तरह डूबने नहीं दिया जायेगा। डॉ.सुनीलम ने किसानों से अपील की है की वे अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष के लिए कमर कसें ।
डॉ.सुनीलम जल्दी ही डूब प्रभावित गाँव का दौरा करेंगे तथा किसानों के संघर्ष में साथ देंगे ।
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