हीरो मोटोकॉर्प ठेका मज़दूरों ने किया संघर्ष तेज करने का ऐलान

तस्वीर : अमित आकाश 

हीरो मोटोकॉर्प, गुडगाँव से निकाले गए मजदूरों अपने संघर्ष को आगे बढ़ाते हुए हीरो मोटोकॉर्प ठेका मज़दूर संघर्ष समिति की अगुवाई में मिनी सचिवालय(गुड़गांव) पर 04 जनवरी 2017 को एक दिन की भूख़ हड़ताल पर बैठे। साथी रविंद्र नागर, नागेश कुमार, सिकन्दर, सन्दीप कुमार, विकास , कर्मवीर, सुनील, गजेंद्र, चिन्मय, मिलन सहित सभी मज़दूर भूख़ हड़ताल पर बैठे।

मजदूरों ने अपनी एकजुटता बरकरार रखते हुए लड़ाई को अगले स्तर पर पहुंचाने के लिए ठोस कदम उठाने की घोषणा की। संघर्षरत मजदूरों को समर्थन देने हीरो मोटोकॉर्प गुड़गांव यूनियन के पदाधिकारी भी पहुंचे। इसके अलावा धरने को बेलसोनिका गुड़गांव के युनियन के सभी पदाधिकारी, होण्डा 2एफ कामगार समूह टपूकड़ा से यूनियन उपाध्यक्ष सोनू संधू, नैपिनो युनियन गुड़गांव से महासचिव राजपाल, इंडोरेन्स यूनियन से अध्यक्ष जयभगवान, मज़दूर सहयोग केन्द्र गुड़गांव से अमित, इंकलाबी मज़दूर केंद्र से श्यामवीर, बिगुल मज़दूर दस्त से शिवानी, सीटू से सतवीर और मेजर सिंह, बीएमएस से पवनजी और हीरो यूनियन के पूर्व महासचिव भीमराव जी ने संबोधित किया तथा हीरो मोटोकॉर्प के मजदूरों को हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया और मांग रखी की सभी श्रमिकों को निरन्तर सेवा में मानते हुए तुरंत काम पर वापस लिया जाया और कंपनी रोल पर स्थायी किया जाए।

सभी वक्ताओं और मजदूरों ने ठेका प्रथा के विरोध में अपनी आवाज बुलन्द की। श्रम विभाग ने वार्ता की अगली तारीख 6 जनवरी तय की है। हीरो के संघर्षरत मजदूरों ने वापस एक बार फिर सभी ट्रेड यूनियनों और मज़दूर संगठनों से सहयोग की अपील की है। ज्ञात हो कि दो-पहिया निर्माता हीरो मोटोकॉर्प गुड़गांव ने नवम्बर-दिसम्बर माह में प्लांट के अंदर मुख्य उत्पादन के कार्य में लगे करीब 1000 ठेका श्रमिकों को बिना कोई नोटिस दिए काम से निकाल दिया । निकाले गये श्रमिक कंपनी में पिछले 5-10 साल से लगातार काम कर रहे थे।

सभा का संचालन हीरो यूनियन के पूर्व महासचिव भीमराव जी ने किया। हीरो मोटोकॉर्प गुड़गांव यूनियन के पदाधिकारियों ने भूख़ हड़ताल पर बैठे सभी साथियों को चाय पिलाकर भूख़ हड़ताल समाप्त करवाया संघर्ष कर रहे मजदूरों के समर्थन में हीरो मैनजमेंट पर सभी तरह का दबाव बनाने का वादा किया।


Share on Google Plus

Unknown के बारे में

एक दूसरे के संघर्षों से सीखना और संवाद कायम करना आज के दौर में जनांदोलनों को एक सफल मुकाम तक पहुंचाने के लिए जरूरी है। आप अपने या अपने इलाके में चल रहे जनसंघर्षों की रिपोर्ट संघर्ष संवाद से sangharshsamvad@gmail.com पर साझा करें। के आंदोलन के बारे में जानकारियाँ मिलती रहें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment

0 टिप्पणियाँ:

एक टिप्पणी भेजें