प्रदर्शन का कार्यक्रम
बिहार भवन : कोटिल्य मार्ग, चाणक्यपुरी, नयी दिल्ली
15 अप्रैल 2015
दोपहर 3 बजे से
मांगे-
• पटना में गिरफ्तार बिहार नव-निर्माण अभियान के साथियों को तत्काल रिहा करो.• उनकी मांगे तत्काल पूरी करो.
• गरीबो के हक-हुकूकों से खिलवाड़ बंद करो.
बिहार राजधानी पटना में 9 अप्रैल को ज़मीन के अधिकारों से जुड़े कई अलग अलग मुद्दों को लेकर 9 जन संगठनों ने मिलकर ‘बिहार नव निर्माण अभियान’ के बैनर पर बीते दो सालों में कई महत्वपूर्ण मोर्चों पर राज्य सरकार को चुनौती दी है. इसी क्रम में आपको याद होगा जब पिछले साल मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन के दौरान इस अभियान के मुख्य 9 प्रतिनिधियों को सरकार ने अनैतिक ढंग से गिरफ्तार किया था.
ठीक एक साल बाद 9 अप्रैल को बिहार नव-निर्माण अभियान के आव्हान पर लगभग 400 महिला-पुरुष, भूमिहीन दलित और पिछड़े समुदायों के लोग अपने ज़मीन के अधिकारों को लेकर जेल भरो के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत पुन: मुख्यमंत्री आवास पर जुटे और अपने इरादों का इज़हार किया. इस अभियान में शामिल लोग इस इरादे के साथ आये ही थे कि उन्हें गिरफ्तार कर जब तक सरकार चाहे जेल में रख सकती है. यह उनका अहिंसात्मक, शांतिमय और विनम्र सत्याग्रह था. लेकिन इस बार भी प्रशासन और सरकार ने इस शांतिमय सत्याग्रह पर बल प्रयोग किया. महिलाओं को पुरुष पुलिस बल ने मारा -पीटा, उनके साथ बदसलूकी की और एक षड्यंत्र के तहत इन 400 सत्याग्रहियों में से केवल पांच प्रमुख प्रतिनिधियों को जेल भेज दिया.
इनमें श्री अशोक प्रियदर्शी, अशोक मानव, वर्षा बेला, मालती देवी एवं चनवां देवी हैं. बाक़ी सत्याग्रहियों को अमानवीय ढंग से बसों में भरकर रात को दस बजे शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर छोड़ दिया गया. गिरफ्तार किये गए साथियों पर गैर ज़मानती धाराएँ भी लगायीं गयीं.
पटना शहर में इस घटना की पुरजोर निंदा, समस्त नागरिक समूहों ने की है. आज या कल में संभवता: इस घटना के खिलाफ शहर में विभिन्न संगठनों के साथी सड़क पर उतरेंगे.
कृपया इस पत्र को ज्यादा से ज्यादा साथियों तक पहुंचाएं ताकि इस तानाशाही और बिहार सरकार के अभिमान को चुनौती दी जा सके.
संपर्क – 9958797409, 9711762156, 9871381517
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