चारागाह भूमि रक्षा: संघर्षरत लोगों का दमन, कैलाश मीना की फिर से गिरफ्तारी

राजस्थान के सीकर जिले की नीम का थाना तहसील की डाबला पंचायत की चारागाह भूमि की रक्षा का संघर्ष अप्रैल 2011 से लगातार स्थानीय लोगों द्वारा चलाया जा रहा है। वास्तव में इस चारागाह भूमि पर खनन कंपनियों एवं स्टोन क्रशर्स के कारोबारियों की सुविधा के लिए सरकार रोड बनाने पर आमादा है। स्थानीय लोग पत्थर की खदानों, खनन क्रियाकलापों के विरूद्ध अपनी चारागाह की भूमि एवं पर्यावरण की रक्षा के लिए संघर्षरत हैं। आंदोलनकारियों पर सरकारी तथा खनन माफियाओं का दमन लगातार तेज होता गया है। अपनी मांगों के समर्थन में धरना दे रहे लोगों के ऊपर 4 मई 2011 को वीभत्स लाठीचार्ज के साथ ही साथ फर्जी मुकदमे भी कायम किये गये हैं।


आंदोलनकारियों के नेता कैलाश चन्द मीना को फर्जी मुकदमे के तहत एक बार फिर से 21 दिसंबर 2011 को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया गया है। राजस्थान के तमाम जन संघर्षों, जन संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय संयोजक दीप सिंह शेखावत तथा पी.यू.सी.एल. की नेता कविता श्रीवास्तव ने इस गिरफ्तारी के विरूद्ध संघर्ष तेज करने का ऐलान किया है।
-हरकेश बुगालिया

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